भारत के वीर सपूत – अमरनाथ त्रिवेदी

Amarnath Trivedi

हम भारत के वीर सपूत

अभी हम सब नन्हें बच्चे ,
सोच बड़ा कर पाएँगे।
आगे चलकर हम भारत के
सच्चे वीर सपूत कहलाएँगे।

नए नए हम काम करेंगे ,
धवल इतिहास बनाएँगे।
जीवन के हर क्षेत्र में हम सब ,
नया परचम भी फहराएँगे ।

दुश्मन की जब टेढ़ी नजर हो ,
वहीं उसे मार गिराएँगे ।
दुश्मन की करनी का फल भी ,
शीघ्र उसे   मिल जाएँगे।

अभी हम सब नन्हें बच्चे ,
सोच बड़ा कर पाएँगे ।
आगे चलकर हम भारत के
सच्चे वीर सपूत कहलाएँगे।

सीमा पर आतंकियों के मंसूबे को ,
कभी एक नहीं चलने देंगे ।
दुश्मन जो हमारे देश का होगा ,
उसके जख्म नहीं भरने देंगे ।

दुश्मन की छोटी गलती को भी
हम   नजरंदाज नहीं कर पाएँगे।
देश दुनिया के नवल मंच पर ,
उसका कुकृत्य बतलाएँगे।

अभी हम सब नन्हें बच्चे ,
बड़ा सोच कर पाएँगे।
आगे चलकर हम भारत के
सच्चे  वीर सपूत कहलाएँगे।

देश हमारा पहला और अंतिम ,
देश ही हम सबकी शान है ।
देश के खातिर जिएँ मरें ,
यही हम सबका भी अरमान  है ।

दुश्मन की जब टेढ़ी नजर हो ,
तब हरदम उसे सताएँगे।
गलत सोच जब उसकी होगी ,
तब उसे कभी छोड़ नहीं पाएँगे।

ईंट का जबाव पत्थर से देंगे ,
नवयुग इतिहास रचाएँगे।
देश के आन , बान और शान को ,
हम सब हरदम आगे बढ़ाएँगे।

अभी हम सब नन्हें बच्चे ,
बड़ा सोच कर पाएँगे।
आगे चलकर हम भारत के
सच्चे वीर सपूत कहलाएँगे।

अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा  जिला मुजफ्फरपुर

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