भारत माता का मैं लाल
उठता नित सूरज से पहले,
नित उठ करता ज्येष्ठ प्रणाम।
मात पिता दादा दादी संग,
नमन हृदय करू मैं व्यायाम।
हाथ मुंह धोकर प्रात में ,
पढ़ता लिखता नूतन पाठ।
नित विद्यालय समय से जाता ,
पाठ याद कर अपना ध्यान।
अच्छा सच्चा देश का प्रहरी,
जीवनदानी भारत प्राण।
मेहनत करता कभी न डरता,
सिँह गर्जना करें हजार।
भारत के हूं कर्मवीर मैं ,
भारत माँ का मैं विश्वास।
रोज पढ़ूंगा रोज बढ़ूंगा,
यह संकल्प है यह अभियान,
डा स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या ‘
उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय शरीफगंज, कटिहार
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