शिक्षा का हम लें मशाल,
कदम मिलाकर रक्खें चाल।
शिक्षा के बिन मिलता नहीं ताल,
ज्ञान ही लेता सबका हाल।
पढ़ने से कभी मुँह न मोड़ें,
हर बच्चे को इससे जोड़ें।
शिक्षा से ही होता उद्धार,
इसके बिना सभी बेकार।
शिक्षा बिना है सब अधूरा,
कोई नहीं इसके बिना पूरा।
सुखी वही जो नित पढ़ने जाए,
हर बच्चे का दिल मुस्कराए।
दिन पर दिन हम बढ़ते जाएँ,
शिक्षा का नित दीप जलाएँ।
जहाँ चाह वहाँ राह बनाएँ,
जीवन को हम धन्य बनाएँ।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड-बंदरा,जिला-मुजफ्फरपुर
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