उन्नति करें हम सब यों ही,
सब संभव होगा, है विश्वास,
अग्रणी होगा देश प्रतिपल,
सबका साथ, सबका विकास।
जन-जन का उद्धार हो,
मिट जाए सबकी भूख-प्यास,
ऐसी खुशहाली हो चहुँओर,
सबका साथ, सबका विकास।
परिवार, समाज, देश व राज्य,
गर साथ न हो तो, हो विनाश,
सर्वसम्मति से मिलता है आस,
सबका साथ, सबका विकास।
कल्याणार्थ हेतु आवश्यक है,
सहयोग, लगन व स्वतंत्र प्रयास,
सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय,
नारा लगे और गूँजे आकाश ।
नूतन कुमारी(विशिष्ट शिक्षिका)
मध्य विद्यालय चोपड़ा बलुआ
पूर्णियाँ, बिहार
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