वतन-अवनीश कुमार

वतन

ये वतन ये वतन
हमारा चमन
हमारा वतन
तुझपे जान हम लुटाएंगे
हमको तेरी कसम
हमको तेरी कसम

ये वतन है मेरी जान
हम है इस चमन के बागबां
हम देश की आन बान शान
तुझपे जान हुम् लुटाएंगे
हमको तेरी कसम
हमको तेरी कसम

ये वतन मेरा हिन्दुस्तां
हिन्दुस्तां हिन्दुस्तां हिन्दुस्तां

सारे जग में नही कोई ऐसा जहां
यहाँ की बात करनी ही क्या
जिस धरा पर खिलते हर इक सुमन
जिस धरा पर मर मिटते हर इक नवजवान

हम याद करते उन्हें
जिन्होंने दे दी अपनी जान हमारे लिए
हमारे लिए हमारे लिए

ये वतन ये वतन
हमको तेरी कसम
तुझपे जान हुम् लुटाएंगे
हमको तेरी कसम

हम बात कर रहे है उस देश की जरा
जिसकी यादों में बसती बलिदानो की कथा
जिसकी रातो में बनती विकास की गाथा

ये वतन ये वतन
हमारा चमन
हमारा वतन
तुझपे जान हम लुटाएंगे
हमको तेरी कसम


अवनीश कुमार
प्रभारी प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित मध्य विद्यालय अजगरवा पूरब
प्रखंड :- पकड़ीदयाल
जिला :- पूर्वी चंपारण(मोतिहारी)

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