विनती-बाल गीत-कुमकुम कुमारी

विनती

सुन लो पुकार प्रभु
मैं आई तेरे द्वार
विनती हमारी प्रभु
कर लो स्वीकार
सुन लो…………

तुम ही तो हो प्रभु
मेरा जीवन आधार
मेरी नैया भवसागर डोले
कर दो बेड़ा पार
सुन लो……………

हम तो हैं दासी प्रभु
तेरे चरणन की
तुम तो हो दाता प्रभु
हम भक्तन की
सुन लो…………….

दुःख निवारक प्रभु
हे करुणा निधान
करुणा बरसा दो प्रभु
हम हैं बालक नादान
सुन लो…………..

अंजलि जोड़े प्रभु
मैं आई तेरे द्वार
सुन लो हे नाथ प्रभु
मेरी करुण पुकार
सुन लो…………..

करुण पुकार मेरी
प्रभु सुन लो एकबार
दे दो हे मुक्ति दाता
अपना स्नेह अपार
सुन लो…………

सुन लो पुकार प्रभु
मैं आई तेरे द्वार
विनती हमारी प्रभु
कर लो स्वीकार
सुन लो…..

बाल गीत

देख़ो-देखो कितने प्यारे नजारे हैं
नीले-नीले अम्बर, झिलमिल करते तारे
नीले-नीले अम्बर, झिलमिल करते तारे
चन्दा मामा लगते कितने न्यारे हैं ।
देखो-देखो……………

काले-काले बादल, चमचम चमके बिजली
काले-काले बादल, चमचम चमके बिजली
रिमझिम पड़ती पानी की बूंदे है।
देखो-देखो………………

ऊँचे-ऊँचे पर्वत, गहरी-गहरी खाई
ऊँचे-ऊँचे पर्वत, गहरी-गहरी खाई
कलकल बहती नदियाँ की धारें हैं।
देख़-देखो……………….

सुंदर-सुंदर उपवन, हँसते खेलते बच्चे
सुंदर-सुंदर उपवन, हँसते खेलते बच्चे
रंग-बिरंगी फूलों की कतारें हैं
देखो-देखो…………………

कुमकुम कुमारी
मध्य विद्यालय बाँक
जमालपुर, मुंगेर

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