धरती माँ-कुमकुम कुमारी

धरती माँ माँ सी प्यारी धरा हमारी, हमको है प्राणों से प्यारी। देवों ने मिल इसे रचाया, वन-उपवन से इसे सजाया।। देखो कितनी लगती न्यारी, देती सुख-सुविधा है सारी। करें…

जय माँ सरस्वती-कुमकुम कुमारी

जय माँ सरस्वती जय-जय-जय माँ सरस्वती हे सकल विश्व भव तारिणी तेरे शरण मैं आई माता जय माँ कष्ठ निवारिणी। शुभ्रवस्त्रा धारिणी माता जय माँ हंस सवारिनी जय-जय-जय पद्मासना देवी…

शहीदों की कहानी सुनो मेरी जुबानी-कुमकुम कुमारी

शहीदों की कहानी सुनो मेरी जुबानी शहीदों की कहानी, आओ, सुनो मेरी जुबानी। देश के खातिर जिसने, दे दी अपनी जिंदगानी। आओ बच्चों तुम्हें सुनाए, उनकी अमर कहानी। शहीदों की…

टी. ओ. बी. एक पथ प्रदर्शक-कुमकुम कुमारी

टी. ओ. बी. एक पथ प्रदर्शक टीचर्स ऑफ बिहार राइटर्स क्लब को करते हम शत-शत प्रणाम हैं जिसने हम साहित्यकारों को दिया नई पहचान है। गद्यगुंञ्जन व पद्यपंकज लाकर हमारी…

मकरसंक्रांति-कुमकुम कुमारी

मकरसंक्रांति देखो-देखो आया मकरसंक्रांति का त्योहार, जन-जन में छाया देखो खुशियाँ अपार। घर-आँगन बुहारे मिलकर नर-नार, सूर्य अराधन को देखो बच्चे भी हैं तैयार। सूर्य देव तो हैं हमारे जीवन…

नारी शक्ति-कुमकुम कुमारी

नारी शक्ति नारी तुम नारायणी हो शक्तिपुंज हो, जीवनदायिनी हो सदा ही गतिमान हो तुम सर्वत्र विद्यमान हो। नारी तुम आद्यशक्ति हो तुम किसी से डर नहीं सकती जग में…