पुरुष- कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

यदि तुम विवेक सम्पन्न हो धर्म की वैज्ञानिकता को समझते हो अभ्युदय व निःश्रेयस की सिद्धि करते हो तो निश्चय ही तुम पुरुष हो… यदि तुम ऊर्ध्वगामी हो प्राकृतिक संपदा…

दिखता उल्लास है- एस.के.पूनम

🙏ऊँ कृष्णाय नमः🙏 मनहरण घनाक्षरी अमिया की डाली पर, कान्हा बैठे छुपकर, राधारानी ढ़ूंढ रहीं,सखियाँ उदास है। रंगों का त्योहार आया, चहूँओर हर्ष लाया, बाल-सखा दौड़ पडा़,मिलन भी खास है।…

मंजरी भी न्यारी है – एस.के.पूनम

सरसों के पीले-पीले, फलियों में दाने भरे, झूम रही हवा संग,कलियाँ ये प्यारी है। रस चूसे मधुकर, किसलय पर बैठ बनाया है देवाहार,अद्भुत तैयारी है। पूनम की रात आज, महकी…

कृपाण घनाक्षरी – एस.के.पूनम

कवियों की गोष्ठी आज, साध कर सुर साज, खोल देते सारे राज,कवित्त करे झंकार । शब्द जोड़-तोड़ लिखा, कविता पढ़ना सीखा, जहाँ-जहाँ मुझे दिखा,कहाँ श्रम से इंकार । करके वाचन…

गीत -सुधीर

गीत – ३२ यति – १६,१६ २२२२ २२२२ धरती की चूनर हरियाई , रंग बसंती सब पर छाई । खेतों में सरसों लहराते , तन मन दोनों को महकाते ।…

गीत – मुकेश कुमार मृदुल

थाम तुम्हारी उँगली पापा! चलना सीखा डगर-डगर। और तुम्हारे कंधों पर चढ़ देखा मैंने गाँव-शहर। अपनी क्षमता झोंकी तुमने मुझको सतत पढ़ाने को सभ्य आचरण भी सिखलाया लोगों से बतियाने…

स्त्री – रूचिका

मैं स्त्री संसार की धुरी, प्रेम और सम्मान की अधिकारी, नही अबला बेचारी, नही बनना तकदीर की मारी। अपनी किस्मत स्वयं लिखूँ, अपनी कहानी स्वयं गढ़ूं, सुनहरे भविष्य के लिए…

अभियान भारत का गौरव – डॉक्टर मनीष कुमार शशि

स्वच्छ भारत अभियान सरकार की एक पहल महात्मा गांधी का सपना कि भारत स्वच्छ रहे सुंदर दिखे सरकार उस स्वप्न को सार्थक कर रही है चारित्रिक स्वच्छता भी साकार होने…