भोली भाली गाय भोली भाली गाय हमारी रंग बिरंगी गाय हमारी गोली काली उजली चितकबरी कितनी प्यारी गाय हमारी। रुखा सूखा भूसा चोकर जो भी मिलता हरी हरी घास खाती…
Category: Prem
Love has no definition, and it is a feeling that comes within the heart. The meaning of love can be different for different people, different age groups, and different relationships, but the surface is the same for everyone. Love comes from knowledge, and for this, one needs to understand oneself.
हिंदी-ज्योति कुमारी
हिंदी मैं और मेरी हिंदी दर्द को कहाँ बिन हिंदी कह सकूँगी !! इसकी न हुई तो तूम्हारी क्या हो सकूँगी ! हिन्दी जैसे अधिकार है मेरा, मेरे हृदय में…
हिंदी हमारी पहचान-आंचल शरण
हिंदी हमारी पहचान हिन्दी हमारी आन बान है, हिन्दी हमारी शान है। हिन्दी भारत मां की बिंदी, हिन्दी का सम्मान है।। हिन्दी हमारी शब्दमाला, हिन्दी हमारी काव्य।…
हिंदी हमारी प्यारी भाषा-रीना कुमारी “प्रीती”
हिंदी हमारी भाषा प्यारी हिंदी हमारी प्यारी भाषा, यही हमारी न्यारी भाषा। हिंदी ही तो हैं हमारी शान, यही तो है अपनी पहचान। हिंदी तो है माथे की बिंदी, सब…
अपनी हिंदी-धीरज कुमार
अपनी हिंदी हर हिंदुस्तानी के दिल की धड़कन है अपनी हिंदी। माथे पर महिला के सुशोभित है जैसे बिंदी। गर्व होता है कि मेरी मातृभाषा है हिंदी। जैसे सभी नदियों…
हिन्दी से है हमारी पहचान-सुनिल कुमार
हिन्दी से है हमारी पहचान हिन्दी हमारी एकता, हिन्दी ही हमारी जान। हिन्दी के बिना हम हैं अजनबी, हिन्दी से है हमारी पहचान॥ हिन्दी ने हमें जन्म दिया, हिन्दी है…
हिंदी हिंदुस्तान की-विवेक कुमार
हिंदी हिंदुस्तान की देवभाषा जिसे कहा जाता, संस्कृत का सरलतम रूप, दूसरी भाषाओं से अनुकूल, भाषाओं की जो जान है, वो हिंदी हिंदुस्तान की।। वो हिंदी हिंदुस्तान की।। जन जन…
भावों की अभिव्यक्ति हिंदी-ब्यूटी कुमारी
भावों की अभिव्यक्ति हिंदी सबसे सुंदर भाषा हिंदी, हिंदुस्तान की गौरव गाथा हिंदी। राष्ट्र के माथे की बिंदी, राजभाषा कहलाती हिंदी। स्वाभिमान अभिमान हिंदी, सूर और मीरा की तान हिंदी।…
राष्ट्रभाषा का सम्मान-बीनू मिश्रा भागलपुर
राष्ट्रभाषा का सम्मान” संस्कृत की लाडली बेटी है यह हिंदी, जन जन की भाषा है यह हिंदी सुंदर, मनोरम, मीठी और सरल है यह हिंदी, तेजस्विनी है और अनूठी है…
मैं हिंदी-अपराजिता कुमारी
मैं हिंदी मैं हिंदी मैं भारत की मातृभाषा मैं जन्मी देव भाषा संस्कृत से मेरी लिपि देवनागरी 14 सितंबर 1949 को बनी भारत की वैज्ञानिक एवं सामर्थ्यवान भाषा। मैं भारत…