नटखट बचपन के दिन-अपराजिता कुमारी

बेफिक्री, बेपरवाहीयों के वे दिन चंचलता, शैतानीयों, शरारतों डांट डपट झिड़कियों उलाहनों उटपटांग हरकतों से भरे दिन ढेरों मिठी मिठास से भरे तीखी, खट्टी, चटपटी, चुलबुली कभी मखमली कभी कड़वी…

भैया दूज – अपराजिता कुमारी

ये जो बंधन है मजबूत रिश्तों का भाईयों और प्यारी बहनो का दुनिया का सबसे खूबसूरत रक्षासुत्र के धागे सा लिपटा अबुझ और है अनमोल रिश्ता बचपन से लड़ते झगड़ते…

मित्रता-अपराजिता कुमारी

  मित्रता दो अक्षर का यह शब्द ‘मित्र आत्मीयता, घनिष्ठता, मित्रता से अपरिचित भी हो जाते परिचित मित्रता में सहयोग, सद्भावना संवेदनशीलता, प्रेम विश्वास हो मित्र को मित्र के अपने…

शिक्षक की चाह-अपराजिता कुमारी

शिक्षक की चाह मैं शिक्षक हूंँ, हाँ मैं शिक्षक हूंँ मैंने चाहा शिष्यों को शिखर तक ले जाने वाला बनूं, मैंने चाहा अपने मन में क्षमा की भावना रखूं, कमियां…

सागरमाथा-अपराजिता कुमारी

  सागरमाथा प्रकृति में पूजनीय पर्वत देवस्वरूप, विस्मयकारी सौंदर्य ऊंची, मनमोहक पर्वत मालाएं तैरते बादलों के बीच देवगिरी अति सुंदर समरूप हिम शंकु 29002 फीट या 8840 मीटर संसार की…

मैं हिंदी-अपराजिता कुमारी

मैं हिंदी मैं हिंदी मैं भारत की मातृभाषा मैं जन्मी देव भाषा संस्कृत से मेरी लिपि देवनागरी 14 सितंबर 1949 को बनी भारत की वैज्ञानिक एवं सामर्थ्यवान भाषा। मैं भारत…

सुरक्षा कवच स्तनपान-अपराजिता कुमारी

सुरक्षा कवच स्तनपान स्तनपान नवजात शिशुओं के लिए सर्वदा है अमृतपान सभी नवप्रसूता माताओं को अवश्य कराना है इसका ज्ञान नवजात शिशुओं को देना है स्तनपान का प्रथम दूध कोलोस्ट्रम।…