शिक्षा – गौतम भारती

शिक्षा क्या है??? शिक्षा ?? शिक्षा एक संस्कार है कुशलता का व्यवहार है ज्ञानों का भंडार है घर -घर का त्योहार है बुजुर्गों का उद्गार है और जीवन का शृंगार…

कसक – गौतम भारती

ख्वाहिशें रह गई , दिल में चुभता रहा । बनके बे ज़ुबाँ तुम्हें तकता रहा ।। आश में मैंने जो पलकें बिछाई। 2 आहिस्ता ही सही पर ये दुखता रहा…

हृदयवासिनी-गौतम भारती

हृदयवासिनी सजग नयन की नूर लिये सीरत सहज प्रवासिनी। आ पड़ी अधिवास को अक्षुण्ण अधिकार, प्रकाशिनि।। चमक उठी वो सूरत जो वर्षों पड़ी थी मौन। चेहरे की खुशियां देखो दुःख…