शौर्य-मनोज कुमार दुबे

शौर्य कितने बलिदानियों के शीश चढ़े, कितनी वीरांगनाओं का इस मिट्टी में रज मिला है। बोटी बोटी जाकर बिखरी वीरों की, तो हमें अपनी मां के आंचल में सोने का…

आइस पाईस-मनोज कुमार दुबे

  आइस पाईस आइस पाईस चोर कहाँ  पकड़ो भाई छुपा वहाँ सोनू मोनू रानी प्यारी इस बार अच्छी तैयारी मोटा गोलू छिपा कहा कैसे ढूंढे यहा वहाँ नैना तुमको आइस…

योग करें-मनोज कुमार दुबे

योग करें आओ मिलकर करे प्रतिज्ञा हमें निरोगी रहना है जीवन मे प्रतिदिन योग संग हमे आरोही रहना है पर्यावरण और विश्व शांति का जग में प्रकाश फैलाना है जन…

मैं तुम्हें नमन करता हूंं-मनोज कुमार दुबे

  मैं तुम्हें नमन करता हूं   हे जगत की गुरु मात मैं तुम्हें नमन करता हूं। शीश झुकाता हूं वसुन्धरा मैं तुम्हे नमन करता हूं।। जहाँ शांति का हुवा…

धन्यवाद टीचर्स ऑफ बिहार-मनोज कुमार दुबे

धन्यवाद टीचर्स ऑफ बिहार जिस घर में मुझको स्नेह मिला कैसे कहूं मैं धन्यवाद जहाँ जीवन को नव नेह मिला कैसे कहूं मैं धन्यवाद यह केवल कोई मंच नहीं यहां…