Skip to content

पद्यपंकज

Teachers of Bihar- The Change Makers

Search

  • Home
  • काव्य-संग्रह
  • CategoryShow sub menu
    • Prem
    • Karun
    • Veer
    • Raudra
    • Bhakti
    • Sandeshparak
    • स्वतंत्रता दिवस 2024
  • स्वरचित कविता का प्रकाशन
  • स्वतंत्रता दिवस 2024
  • Log In
  • Team

Tag: सुधीर कुमार

रास छंद- सुधीर कुमार

रास छंद- सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniMarch 1, 20230

प्यारे बच्चों , तुम सब मिलकर , अब रहना । इस जीवन में , उत्तम विद्या , ही पढ़ना ।। सही कर्म में , रोज लगाना , तुम मन को…

कुंडल- सुधीर कुमार

कुंडल- सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniFebruary 14, 20230

छंद – कुंडल मात्रा — 22 वर्ण —- 14 यति – 12 , 10 अंत — 2 ,2 2121 2121 , 2121 22 रोग हैं दहेज एक , जान लो…

गीतिका – सुधीर कुमार

गीतिका – सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniJanuary 28, 20230

गीत छंद – गीतिका मात्रा — १४ २१२२ २१२२ , २१२२ २१२२ छोड़ दो तकरार सारे , प्रेम से कुछ बात कर लो । लड़ चुके हैं हम बहुत ही…

जय माँ  सरस्वती-सुधीर कुमार

जय माँ सरस्वती-सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniDecember 25, 20220

मनहरण घनाक्षरी वर्ण — ८ ,८ ,८ ,७ अंत – लघु , दीर्घ वीणा पाणि मात मेरी , दया मिले हमें तेरी , शिशु हमें जान जरा , अंक भर…

अरिल्ल छंद -सुधीर कुमार

अरिल्ल छंद -सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniNovember 30, 20220

अरिल्ल छंद मात्रा – १६ अंत – १२२ आपस में मत करो लढ़ाई । बच्चों कर लो खूब पढ़ाई ।। तुम अपना मत समय गँवाना । अच्छे बच्चे सदा कहाना…

अकड़म बकड़म  – सुधीर कुमार

अकड़म बकड़म – सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniNovember 26, 2022November 26, 20220

अकड़म बकड़म छंद — पद्धरि मात्रा — १६ अंत – जगण बच्चे सब पूछें यह सवाल । सूरज क्यो होता लाल-लाल ।। क्यों नीला लगता आसमान । भौंहों को कहते…

श्रुति सम भिन्नार्थक शब्द  -सुधीर कुमार

श्रुति सम भिन्नार्थक शब्द -सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniNovember 22, 20220

अंश मतलब हिस्सा होता, अंस का मतलब कंधा शूर मतलब वीर है होता, सूर का मतलब अंधा मीत का माने सबसे प्यारा, मित्र का अर्थ है साथी हस्त का अर्थ…

एकावली  – सुधीर कुमार

एकावली – सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniNovember 8, 20220

मात्रा — १० यति — ५,५ अंत — दीर्घ २१२ , २१२ मौत से , जो डरे । आज ही , वो मरे ।। छोड़ दे , डर सभी ।…

बच्चे की कामना -सुधीर कुमार

बच्चे की कामना -सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniNovember 4, 20220

नहीं चाहिए टॉफी,बिस्कुट , नई किताबें ला दो पापा । खेतों में अब काम छुड़ाकर , पढ़ने मुझे भिजा दो पापा । फिर से नाम लिखा दो मेरा , पढ़ने…

बालगीत – सुधीर कुमार

बालगीत – सुधीर कुमार

Anupama PriyadarshiniOctober 28, 20220

नाच रहा मन मोर है । कितनी सुन्दर भोर है ।। तारे सारे लुप्त है । लोग भला क्यों सुप्त हैं ।। सुनते कब वे शोर है । कितनी सुन्दर…

Posts pagination

← Previous 1 2 3 4 … 6 Next →

SHARE WITH US

Share Your Story on
writers.teachersofbihar@gmail.com

Recent Post

  • मेरे गाँव की नदिया – संस्कृति चौधरी
  • मोहनी माया – विधा गीत – राम किशोर पाठक
  • मातृ दिवस – गिरीन्द्र मोहन झा
  • खोज अभियान में
  • Appreciating Rhymes – Ram Kishor Pathak
  • जंग अभी बाकी है – नीतू रानी
  • बुद्धं शरणं गच्छाम: – राम किशोर पाठक
  • धर्मचक्र प्रवर्तन – सुरेश कुमार गौरव
  • बुद्धत्व की प्राप्ति – अमरनाथ त्रिवेदी
  • कर्म – नूतन कुमारी

About US

A good teacher is a rare gem; and Bihar, the land of Buddha, is a treasure trove of such gems. However, their inspiring contributions remain limited to themselves

Visitors (From 21-05-2021)
  • Today's visitors: 47
  • Today's page views: : 47
  • Total visitors : 66,831
  • Total page views: 88,346

Archives

Social

  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram
  • LinkedIn
  • YouTube
  • Teligram
  • Pinterest
© Copyright Teachers of Bihar. All Rights Reserved
Proudly powered by WordPress | Developed: by Shivendra Suman.