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गीत-नीतू रानी

Nitu

विषय-गीत
दिन-मंगलवार

गे बहिना बिना पिया के कोना के खेलब रंग गे,
पिया बसै उत्तराखंड गे ना।

ककरा से माॅ॑गब रंग अबीर
केअ खुआयत पुआ खीर,
गे बहिना के लगायत पूरे मुॅ॑ह में रंग गे
पिया बसै उत्तराखंड गे ना,
गे बहिना बिना पिया——2।

सौस ससुर देखै कन्हुआय
देवर ननद पढै छै गाएर,
गे बहिना गोतनी मारै ताना
लगबै इल्जाम गे
पिया बिन जीना हराम गे ना,
गे बहिना बिना पिया——–2।

बैठल छीयै अपन घर जाय
नोर सॅ देलौ तकिया भिजाय ,
गे बहिना पिया बिन कियो ने
सुननहार गे ,
और कियो नै पूछनहार गे ना
गे बहिना बिना————2।

सुतलौं अपन पलंग पर जाय
खिड़की केबारी लगाय,
गे बहिना ,आधी राति के सुनलौं पिया के आवाज गे
पिया देहेर पर ठार गे ना,
गे बहिना,पिया लेलखिन्ह गोदी में उठाय गे
लेलखिन्ह प्यार के रंग लगाय गे ना,
गे बहिना सब दुःख भुइल गेलौं
गेलौं पिया में समाय गे
पिया लेलखिन्ह आस पुराय गे ना,
गे बहिना —————2।


नीतू रानी,
स्कूल का नाम-म०वि०सुरीगाॅ॑व प्रखंड-बायसी जिला-पूर्णियाॅ॑ बिहार

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