हिन्दी मास चैत्र नवमी को, प्रभु श्रीराम ने लिया अवतार पूरी अयोध्या नगरी में, तब छाई खुशियां उल्लास अपार। शुभ अवसर है प्रभु श्रीराम का, सब मिलकर नमन करें पूरी…
अनजान- रामपाल प्रसाद सिंह ‘अनजान’
सुबह सबेरे अनजान मुक्तक-मात्राभार-5-15 सभ्यता के परम शिखर पर, गुंजित संचित है एक नाम, हे प्रभु चैतन्य परमात्मा, आदर्श पर्याय तू राम। भवदीय लकीर खींची जो, सभ्यता पूर्ण समाज की..,…
रूपघनाक्षरी- एस.के.पूनम
प्रभु रामचंद्र कहें, संतन के संग रहें, उदार भावना गहें,पूजनीय सतनाम। नित्य प्रति पाठ करे, दुजा कोई काम परे, भक्तों का विपदा हरे,लेते रहें हरि नाम। जात-पात भेदभाव, हृदय में…
मनु के दोहे- मनु रमण चेतना
रामनवमी विशेष मनु शतरूपा तप किये, ध्यान धरे वह ईश। बोलो क्या वर दूं तुम्हें, प्रकट हुए जगदीश।। सोना चांदी कुछ नहीं,नहीं रतन धन खान । तुम जैसा हीं पुत्र…
दशरथ के नंदन – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
जलहरण घनाक्षरी छंद जगत कल्याण खातिर साक्षात् त्रिभुवन पति, कौशल्या के गोद आए, रामजी बालक बन। देवों के गुहार पर पृथ्वी की पुकार सुन, संत उपकार हेतु, दीनों के पालक…
दशरथ भवनमा- नीतू रानी
विषय -रामनवमी रामजी रामजी लिहलन्हि जनमुवाँ हो रामा चैत महिनमा। चैत केअ शुभ दिन बैशाखक शुक्ल पक्ष, दिनके बारह बजे हुनकर जनमुवाँ हो रामा दशरथ अंगनमा। रामजी लिहलन्हि ——-२। दशरथ…
मनहरण घनाक्षरी- विनय कुमार ‘ओज’
राम नाम की है धुन, रम जाओ हम-तुम। रामनवमी में आज़, घर-घर गान है।। ध्वजा घर-घर से, हैं गगन को छु रहें। जुड़े तार राम से जो , मध्य हनुमान…
प्रभु को अभिनंदन- एस.के.पूनम
जलहरण घनाक्षरी (प्रभु को अभिनंदन) विमल सकल काज, अवध नृप के राज, अयोध्या में बजे साज,करें हर्ष से वंदन। स्वागत में खड़े भ्राता, मधुर उल्लास पाता, वसुंधरा पर दाता,लगे तिलक…
कर दे आज करिश्मा- मीरा सिंह “मीरा”
माता कर दो एक करिश्मा मुझको आज उबारो माँ। नैया डोले बीच भंवर में मुझको पार उतारो माँ ।। कबसे तेरी द्वार खड़ी हूँ एक नज़र तो डालो माँ। मुझको…
जरुरी विधान है संविधान- सुरेश कुमार गौरव
लोकतंत्र का आधार है “भारत का संविधान” इससे ही चलता है देश के सभी नियम-कानून। संविधान निर्माता की दूर दृष्टि का है यह नाम, भारतीय लोगों की जरुरतों का है…