🌹🌹 तस्वीर 🌹🌹
फटी हुई दिवारों पर ,
एक लकीर बनाई है।
कोरे कागज़ पर किस्मत की ,
एक तस्वीर सजाई है।।
सुख-दुख के गहनों से ,
सजी है जिंदगी।
कांटों में गुलशन की ,
एक फूल खिलाई है।।
फटी हुई दिवारों पर ,
एक लकीर बनाई है ।।
चमकते हुए सितारों को ,
मैंने ताज़ बनाया है।
सारे सुरों को मिलाकर ,
मैंने एक गीत बनाया है।।
सिर्फ गुंजता रहे तरन्नुम उनकी ,
मेरे बागों की गलियों में ।
वाष्प बनके पानी भी ,
बरसात कराईं है।।
कोरे कागज़ पर किस्मत की ,
एक तस्वीर सजाई है।।
सूर्य के तपिश में जलती हुई ,
धरा पर एक निशान बनाई है।
बहती हुई दरिया की लहरों पर ,
एक तस्वीर की पहचान बनाई है।।
फूलवाड़ी में सजी है ,
फूल और कलियाँ।
पत्तियाँ भी एक सुंदर सी ,
आकृति बनाई है।।
भंवरे गीतों के तान छेड़ रहे ,
माटी की खुशबू दे रही दुहाई है ।।
कोरे कागज़ पर किस्मत की ,
एक तस्वीर सजाई है।
फटी हुई दिवारों पर ,
एक लकीर बनाई है।।
जयकृष्णा पासवान स०शिक्षक
उच्च विद्यालय बभनगामा बाराहाट