भाषा शिक्षण में अंग्रेजी का महत्व- ताटंक छंद गीत
भाषा चाहे कोई भी हो, वह संपर्क बनाती है।
हृदय भाव का द्वार खोलकर, सबको सहज मिलाती है ।।
अंग्रेजी रोमण में लिखती, बिटिया पाठ पढ़ाती है।
सुनकर मीठी वाणी उसकी, मन हर्षित हो जाती है।।
अंग्रेजी के शब्दों को तो, पलभर में रट जाती है।
हृदय भाव का द्वार खोलकर, सबको सहज मिलाती है ।।०१।।
बच्चों को हरपल सिखलाएंँ, पढ़कर समझ बढ़ाना है।
बड़े काम की है यह भाषा, उसको जो अपनाना है।।
दुनिया के कोने-कोने में, सुलभ सहज मिल जाती है।
हृदय भाव का द्वार खोलकर, सबको सहज मिलाती है ।।०२।।
ऊँची शिक्षा को पानें में, तकनीकी बन जाने में।
मिले नहीं व्यवधान कभी भी, आगे बढ़ते जाने में।।
जो समाज में बोला करते, उनका मान बढ़ाती है।
हृदय भाव का द्वार खोलकर, सबको सहज मिलाती है ।।०३।।
मातृभाषा के संग सबको, अंग्रेजी पढ़ना होगा।
बिना रुकावट जीवन पथ पर, आगे को बढ़ना होगा।।
भाषा में अंग्रेजी शिक्षण, शामिल तब हो जाती है।
हृदय भाव का द्वार खोलकर, सबको सहज मिलाती है ।।०४।।
आओ समझें अंग्रेजी को, बच्चों ज्ञान बढ़ाना है।
रटने की आदत को छोड़ों, समझ-समझ पढ़ जाना है।।
इसको पढ़कर आगे बढ़कर, होती चौड़ी छाती है।
हृदय भाव का द्वार खोलकर, सबको सहज मिलाती है ।।०५।।
रचयिता:- राम किशोर पाठक
प्राथमिक विद्यालय भेड़हरिया इंगलिश पालीगंज पटना।
संपर्क – 9835232978

