🙏ऊँ कृष्णाय नमः🙏
आगे राधा पीछे कान्हा,
अंजुली में पुष्प माला,
बैठी है गोपिका नीचे,अधरों पर मुस्कान।
कृष्ण पाएं श्याम रंग,
हरिप्रिया श्वेत अंग,
गेसूओं में पुष्प गुच्छ,करे नहीं अभिमान।
सुंदर-सा कंठहार,
हाथों में कंगन भार,
लट छूली विश्वंभरा,करे सम्बल प्रदान।
कानो में कुंडल डोले,
पीत पट मन मोहे,
उज्जवल प्रकाश में,सृजन को मिला मान।
एस.के.पूनम
0 Likes