वर्षा और जीवन
वर्षा पर ही जीवन की ,
गतिविधि सारी चलती है ।
इसके बिना धरती भी ,
तवा समान ही जलती है ।।
भूगर्भ जल की स्थिति भी ,
वर्षा पर ही निर्भर करती ।
अधिक वर्षा होने पर ही ,
भूगर्भ में है जल भरती ।
वर्षा के लिए खूब पेड़ लगायें ,
धरा को हरियाली से भर दें ।
सारे संसार के जीवों को ,
यह निहाल भी कर दे ।
यह धरती की असली थाती ,
बेशकीमती है जीवन का गहना ।
इसके लिए वर्षा की बेहद जरूरत ,
हर रूप में है यह पहना ।
भूल से कभी जल को ,
कहीं बर्बाद न करते रहना ।
नहीं तो इसकी सजा मिलेगी ,
अति दुःख भी होगा सहना ।
वर्षा जल ही खेतों में ,
फसलों की हरियाली लाता है ।
इसके बिना कहो कौन जन ,
जीवन में खुशियाली पाता है ?
वर्षा के जल का संचय कर ,
भूगर्भ में डालना जरूरी ।
जल हर की जरूरत होती है ,
हर शौक भी यह करता पूरी ।
वर्षा जल की कीमत जानें ,
इसके संरक्षण का उपाय करें ।
नहीं तो सारी धरती तड़प उठेगी ,
लोग दुःख तकलीफ में आहें भरें ।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

