सरस्वती वन्दना
माँ शारदे, माँ शारदे
तुम हो भवानी वर दे।
माँ शारदे।
मैं बालक तू मेरी माता
बड़ा गहरा है माँ तेरा मेरा नाता।
मुझमें विद्या का ज्ञान भरदे।
माँ शारदें
मैं अज्ञानी तू है ज्ञाता,
ज्ञान तू दे मुझको तू है दाता
मेरी अज्ञानता दूर कर दे।
माँ शारदे।
जब जब हमने तुझको पुकारा
तूने दिया माँ मुझको सहारा।।
मेरी भक्ति की लाज रख ले ।
माँ शारदे।
तेरे बच्चे खड़े है तेरे दर पर मैया।
बीच भँवर में डोले हम सब की नैया।
हमारी नैया पार कर दे।
माँ शारदे।
रीना कुमारी “प्रीति” (शिक्षिका)
पूर्णियाँ
बिहार
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