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हमारा बिहार- रूचिका

Ruchika

जय जय हो हमारा बिहार,जय जय हो प्यारा बिहार,
विश्वपटल पर छाया बिहार,नही कभी हारा बिहार ।

गंगा सी पावन नदी यहाँ बहती,
यहाँ की धरती विद्वता की कहानी कहती,
नालंदा विश्वविद्यालय से परिचय यहाँ का,
इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित यह हमारा बिहार।

प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन का बिगुल बजा,
कुँवर सिंह की वीरता से यह सदा सजा,
चंपारण आंदोलन में सबने इसको माना,
निलहे किसानों के लिए आंदोलन से जाना बिहार।

जनकनंदिनी के जनकपुर को जानते,
बुद्ध के गया और राजगीर को मानते,
गुरु गोविंद सिंह के पटना साहिब से पहचानते,
सब धर्मों का समन्वय करता ये न्यारा बिहार।

रामधारी सिंह दिनकर से फणीश्वरनाथ नाथ रेणु तक,
विद्यापति से लेकर भिखारी ठाकुर तक,
महावीर और बुद्ध के वैशाली से राजगीर तक,
भोजपुरी ,मैथिली मगही बज्जिका अंगिका का प्यारा बिहार।

जय जय हो हमारा बिहार,जय जय हो प्यारा बिहार,
आर्यभट्ट के शून्य की खोज करता यह न्यारा बिहार।

रूचिका
राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय तेनुआ,गुठनी सिवान बिहार

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