माँ का प्यार – लावणी छंद माँ का प्यार दुलार जगत में, बड़ा अनमोल होता है। माँ के चरणों में पड़ते तो, सुरपुर लगता छोटा है।। जग के पालक…
Category: Prem
Love has no definition, and it is a feeling that comes within the heart. The meaning of love can be different for different people, different age groups, and different relationships, but the surface is the same for everyone. Love comes from knowledge, and for this, one needs to understand oneself.
माँ की बात – डॉ. स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या ‘
माँ की मैं क्या बात बताऊँ, माँ थीं बहुत ही प्यारी। मेरे तन मन सब में बसतीं, माँ मेरी थीं न्यारी। माँ की मैं क्या बात बताऊँ, माँ थीं बहुत…
माँ – रूचिका
जीवन की कड़ी धूप में शीतलता का एहसास, माँ हर रिश्तों से है जुदा बेहद हीं खास, माँ जीवन की आपाधापी में एक नरम ठाँव, माँ से ही जुड़ी है…
कोयल बोली मीठी बानी- सुरेश कुमार गौरव
कोयल बोली मीठी बानी, जैसे बजे मधुर तान, डाली-डाली झूम उठी है, हरियाली मुस्कान। नीम की डाली पर बैठी, गाए प्यारा गीत, सुनते ही मन हर्षित होता, हर बच्चा हो…
आओं हम सिखलाएं – राम किशोर पाठक
द्विगुणित सुंदरी छंद आओं दीप जलाएं, सबको राह दिखाएं। सच करना सपनों को, आओं हम सिखलाएं।। देखो अनपढ़ कोई, भूल से बच न जाए, अक्षर की भाषा का, जीवन राग…
चित्रधारित सृजन – नीतू रानी
जल से भरकर पात्र को रखना निशदिन भाय, आएगी चिड़िया पानी पीने जाएगी प्यास बुझाय। पीती है पानी चिड़िया हृदय से निकलता धन्यवाद, जो पानी पिलाने का पुण्य करता वह…
प्रेम की शक्ति – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
आओ मिल हम गायें सब गीत, है प्रेम की रीत सुहावनी भाई। प्रेम की शक्ति अपार सुनो, इस शक्ति से पार न दूजो है पाई।। ढाई है आखर प्रेम सुनो,…
गीत – श्वेता साक्षी
सबके दिल में मोहब्बत अमन चाहिए मुझको हंसता हुआ इक वतन चाहिए हिंदू मुस्लिम की बातें करे न कोई धर्म के नाम पर यूं मरे न कोई न ही मृतचैल…
पेड़ भी है जीवित प्राणी- नीतू शाही
हर दिल में बस एक ही वाणी, पेड़ भी है जीवित प्राणी। मुझे पेड़ लगाने और लगवाने में, आता है आनंद की अनुभूति । मैं खुश हूं कि मैने जीवन…
रोटी और चाँद-शिल्पी
प्रेम है राजू को केवल रोटी और चाँद से रोटी जो मिटाती है भूख उसकी देती है उसे नींद, संतोष आकाश भर चाँद जो बढ़ाता है भूख उसकी मिटाता है…