हम तुम्हें यूँ भूला न पाएंगे……… लता दीदी
तुम्हारा अक्स संगीत के हर दिल में सदा विराजमान रहेगा।
सूरज हर रोज की भांति तेरे ही गीतों को सुनकर जगेगा।।
हर प्रेमी-युगल तेरा ही गीत गाकर आपस में प्रेम बढ़ाएगा।
जब भी व्यथित होगा मन तेरा ही गीत गुनगुनायेगा।।
तू जिंदा रहेगी सदा हर दिल में, तुझे कौन निकाल पाएगा ?
ना कोई कल था, ना आज है और न कल हो पाएगा ?
तू सरस्वती की प्रतिमूर्ति है,तेरा जोड़ा संसार कहां से लाएगा?
तू संगीत की ऐसी ज्योति है जिसे सदियों तलक जलाया जाएगा
सुख की छांव हों, गम के घाव हों, तेरे ही गीत गूजेंगे।
भक्ति का भाव हो, देशभक्ति का ताव हो, तेरे ही लब मुस्कुराएंगे।।
हम तुम्हें यूं भूला न पाएंगे…..😰😰
जब मन में उल्लास होगा तू याद आएगी जब मन उदास होगा तू याद आएगी
जब भी गूंजेगा ऐ मेरे वतन के लोगों तू याद आएगी
जब भी सुर संगीत की बात होगी तू याद आएगी।।
हम तुझे कैसे भूला पाएंगे…..??
गौरव कुमार
प्रा० वि० अहमदपुर
रफीगंज,औरंगाबाद