बापू बने महात्मा
दुर्बल तन था निर्मल मन
सरल स्वभाव धुन के पक्के
बापू थे बड़े निराले।
2 अक्टूबर 1869 को
गुजरात के पोरबंदर में जन्मे
मोहनदास करमचंद गांधी।
माता पुतलीबाई
पिता थे करमचंद गांधी
कस्तूरबा गांधी पत्नी थी।
सत्य अहिंसा के पुजारी
सादगी के थे प्रतीक
बुरा मत कहो,
बुरा मत देखो,
बुरा मत सुनो
बापू के थे यह सिद्धांत।
खादी धोती पहनावा था
अजानबाहु कहलाते थे।
पहन काठ का चप्पल महात्मा
बन गए भारत की आत्मा।
वैष्णव तो तेने कहिए
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम
बापू के थे ये गान।
स्वतंत्रता आंदोलन
के थे प्रणेता
चंपारण सत्याग्रह
असहयोग आंदोलन
नमक आंदोलन
किए बापू ने
“अंग्रेजों भारत छोड़ो”
था इनका नारा।
स्वच्छ भारत बापू का सपना
पूरा करना राष्ट्रधर्म है अपना।
भारत को आजाद किया
सुभाष चंद्र ने राष्ट्रपिता
कह किया संबोधन।
चरखा, खादी वाले बापू
बन गए महात्मा
साबरमती का संत।
लाठी वाले बापू बच्चों
के भी प्यारे थे
भारत मां के
आंखों के तारे थे।
ब्यूटी कुमारी
मध्य विद्यालय मराँची
बछवारा, बेगूसराय