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देश प्रेम की गीत सुनाता झंडा-एम एस हुसैन

देश प्रेम की गीत सुनाता झंडा 

जब आसमान में लहराता झंडा
मनभावन दृश्य दिखाता झंडा ।

हवाएँ चलती हैं जब जो़रों की
तो मंद-मंद मुस्कुराता झंडा ।

जब कोई पूछता है इसके बारे में
अपना नाम तिरंगा बतलाता झंडा ।

जब भी कोई पूछता है देश का नाम
भारत नाम से पहचान कराता झंडा ।

जब कोई देखता है इसकी खुबसूरती
तो देशवासियों का उत्साह बढ़ाता झंडा ।

जब कोई भटक जाता है अपनी राह से
तो निरंतरता की सबक सिखाता झंडा ।

जब कोई भूल जाता है अपने कर्म को
तो सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाता झंडा ।

जब देश की रक्षा में सैनिक हो जाते हैं शहीद
तो शहीदों को आत्मसम्मान दिलाता झंडा ।

बच्चे भी हो जाते हैं मंत्रमुग्ध
जब अपनी ओर बुलाता झंडा।

जब आसमान में फहराता झंडा
तो मनोरम दृश्य बनाता झंडा ।

रगों में दौड़ने लगता है देशभक्ति का ख़ून
जब देश प्रेम की गीत सुनाता झंडा ।

मुस्कुराता है तिरंगा हमारा

कितना सुंदर कितना प्यारा
कितना अद्भुत है यह नजा़रा ।
नीला होता है जब गगन सारा
मुस्कुराता है तिरंगा हमारा ।

केवल पताका नहीं यह शान है
वीर जवानों का यह सम्मान है ।
गाते हैं हम जन-गण-मन
यही तो हमारा राष्ट्रगान है ।

तीन रंग का है अपना झंडा
तीन रंगों की है इसमें धारा ।
ऊपर केसरिया बीच में सफेद
और नीचे वाला रंग है हरा ।

इसे तिरंगा कहते हैं हम
शान से इसका गाना गाते ।
इसको हम हैं करते नमन
इसके आगे शीश नवाते ।

तिरंगा हमारी जान और शान है
यह आत्मरक्षा और सम्मान है
आज हमें है जो मिली आजा़दी
वीर जवानों का आत्म बलिदान है ।

हिंदू-मुस्लिम सिक्ख और ईसाई
आपस में है हमसब भाई-भाई ।
इन सब की एकजुटता ने ही
अंग्रेजों से छुटकारा दिलवाई ।

एम० एस० हुसैन
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
मोहनियां कैमूर 

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