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हाथ धुलाई पहली सफाई-रीना कुमारी

हाथ धुलाई पहली सफाई

युगों-युगों से सुना है हमने,
स्वच्छता है बहुत ही जरूरी।
सबसे पहले स्वच्छ रहो सब,
यह कार्य सर्व प्रथम जरूरी।
युगों-युगों से सुना है हमने,
स्वच्छता है बहुत ही जरूरी।
युगों-युगों————-

स्वच्छ यदि हमेशा रहेंगे हम,
रोगों का खतरा होगा कम।
हाथ की सफाई करो हरदम,
ताकि कभी रोगी न बने हम।
युगों-युगों से सुना है हमने,
स्वच्छता है बहुत ही जरूरी।
युगों-युगों—————

रोज ठीक से करे हम स्नान,
साफ-सफाई का रखें ध्यान।
हाथ की सफाई का रखें मान,
न स्पर्श करे ये मुँह और कान।
युगों-युगों से सुना है हमने,
स्वच्छता है बहुत ही जरुरी।
युगों-युगों से————

खाने से पहले धोना है हाथ,
साबुन, सेनिटाईजर के साथ।
शौच के बाद धोना है हाथ,
सफाई जरूरी हर दिन-रात।
युगों-युगों से सुना है हमने,
स्वच्छता है बहुत ही जरूरी।
युगों—————–

हर अंगों की करे सफाई,
ये है सबसे अच्छी दवाई।
सबसे अच्छा यह उपचार,
रोके यह बीमारियाँ हजार।
युगों-युगों से सुना है हमने,
स्वच्छता है बहुत ही जरूरी।
युगों-युगों—————

साफ रहने से रोग भाग जाये
गंदगी सबों की जान ले जाये।
अतः स्वच्छ जीवन अपनाये।

आओ सब मिलकर अलख जगाये,
स्वच्छता का चहुँओर दीप जलाये,
युगों-युगों से सुना है हमने ,
स्वच्छता है बहुत ही जरूरी।
युगों-युगों—————-

रीना कुमारी
प्रा० वि० सिमलवाड़ी पश्चिम टोला
बायसी पूर्णियाँ बिहार

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