Site icon पद्यपंकज

खेल-खेल में शिक्षा-भवानंद सिंह

खेल खेल में शिक्षा 

बच्चों को भाता है खेल
आपस में रखो सब मेल ।
नहीं किसी से झगड़ा लड़ाई
स्कूल में हो सब भाई-भाई ।
खेल-खेल में शिक्षा पाओ
यही है नीति इसे अपनाओ ।
खेल से अनेक है लाभ
मानसिक और शारीरिक विकास ।
खेल से मन होता है प्रसन्न
पढ़ने में लगता है मन ।
आओ बच्चे तुम्हें सिखाएँ
खेल के कुछ नये आयाम ।
खेल-खेल में कुछ और सिखोगे
अगर करना हो तुम्हें व्यायाम ।
आओ सब मिलकर चलें स्कूल
वहाँ नहीं लगता कोई फीस ।
मुफ्त में किताबें मिलती है
छात्रवृति पोशाक भी दी जाती है ।
पौष्टिक भोजन भी मिलता है
ताकि तुम न हो कमजोर ।
पौष्टिक भोजन से तुम बनो मजबूत
करो मन से पढ़ाई और खेलो भी खूब ।

भवानंद सिंह, उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय मधुलता, रानीगंज, अररिया

0 Likes
Spread the love
Exit mobile version