कृष्ण कन्हैया
काली अंधियारी आधी
रात को कान्हा आयो।
कारागृह में जन्म लियो
यमुना पार गयो।
नंद घर आनंद भयो
गोकुल में बाजे बधाई।
ठुमुकी चलत कृष्ण
कन्हैया बाजत पैजनिया।
श्यामल कोमल तन
हाथ मुरली, कमर करधनिया
काले घुंघराले बाल
मोर मुकुट सर पर सोहे।
माखन चोरी, मटकी फोड़ी
नटखट कान्हा आयो।
गैया चरायो, मुरली बजायो
ग्वाल बाल संग खेलत कान्हा।
देवकी जन्म दियो
यशोदा पालन कियो
कालिया मर्दन, गोवर्धन उठायो।
राधा के संग रास रचायो
कंस बध कर मातु पिता को
कारागृह से मुक्त कियो।
गीता का ज्ञान दियो
जगत का कल्याण कियो।
जय जय हो कृष्ण कन्हैया। 🙏
ब्यूटी कुमारी
मध्य विद्यालय मरांची
बछवाड़ा, बेगूसराय
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