नशा से मुक्ति
नशा मानव जीवन की अवक्रमित अनुचित दशा है
इससे हम सबको बचकर ही रहना उचित दिशा है।
नशा से मुक्ति मतलब पराभव से मिल जाए मुक्ति
नशा छोड़ो जीवन बचाओ यही है बचने की युक्ति।
धूम्रपान दंडिका, मदिरा और कोई भी नशीली शराब
असमाजिक विषय है यह जीवन करता पूरा खराब।
मौत का देता आमंत्रण इससे होते व्याधियों के शिकार
तन-मन में उग आते नकारात्मक और कई कुविकार।
शिक्षा और विज्ञान से सदा नाता जोड़ने है जरुरी
“धूम्रपान निषेध” सबके लिए भी है बहुत जरुरी।
पहले जीवन होता था कितना सुंदर पूरा आबाद
फिर नशा जीवन को कर देता है लगभग ही बर्बाद।
प्रकृति ने बनाई है मानव तन की सुंदर सी रचना
नशा से मुक्ति का प्रण कर हरदम इससे है बचना।
हमें चलाना होगा नशा मुक्ति जीवन का अभियान
तभी होगा व्यक्ति, देश व समाज का पूरा कल्याण।
नशा मानव जीवन की अवक्रमित अनुचित दशा है
इससे हम सबको बचकर ही रहना उचित दिशा है।
सुरेश कुमार गौरव
स्वरचित और मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित