नई शिक्षा नीति
नई शिक्षा नीति 2020 है आई।
शिक्षार्थी के मन में नई उमंगे है छाई।
इसरो पूर्व प्रमुख डॉक्टर कस्तूरीगन की अध्यक्षता में ।
नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार
हुआ इनकी प्रमुखता में ।।
है ये स्वतंत्रत भारत की तीसरी
शिक्षा नीति ।
34 साल बाद हुआ ये बदलाव छात्र रचेंगे अब नई कृति ।।
नया प्रारूप हुआ तैयार 5 +3 +3 +4 है इसका आधार ।
पाठ्यक्रम हो क्षेत्रीय भाषा में हुआ
है ये नया सुधार ।।
होगी शिक्षा गतिविधि आधारित बढ़ेगा रचनात्मकता का शोर ।
नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा टेक्नोलॉजी का होगा होर ।।
दिव्यांग छात्र के लिए भी विशेष प्रावधान है लाई।
ये भी आगे बढ़े नई शिक्षा नीति ने यह प्रारूप बनाई ।
*परख* नामक नए राष्ट्रीय आकलन केंद्र स्थापना करवाई।
छात्रों की हो प्रगति मानक
निर्धारित निकाय का यह नया रूप बनाई।
छोटे बच्चों की किताबों का बोझ
हुआ अब कम।
आर्ट्स के छात्र भी अब साइंस
पढ़ेंगे नहीं रहेगा गम।।
अंग्रेजी में पढ़ाई की अनिवार्यता हुई खत्म ।
वर्ग छह से ही कोडिंग सीखेंगे आगे बढ़ेंगे हम ।।
रट्टा हुआ समाप्त मानसिक क्षमता
को मिलेगा बढ़ावा।
बोर्डिंग स्कूल के रूप में ‘बाल भवन’ होगा नहीं रहेगा कोई छलावा ।।
अब 4 वर्ष में होगी नौवीं से 12वीं
तक की पढ़ाई ।
पहले साल के बाद सर्टिफिकेट
दूसरे में डिप्लोमा तीसरे के बाद है डिग्री , मल्टी इंट्रि और मल्टी एग्जिट की नीति लाई।।
है ‘हमारा एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का नारा ।
पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा
इंडिया नई शिक्षा नीति का सहारा।।
नई शिक्षा नीति 2020 में है आई ।
शिक्षार्थी के मन में नई उमंगे है छाई।।
संयुक्ता कुमारी
क. म. वि. मलहरिया
प्रखंड – बायसी
जिला – पूर्णिया