सादगी के प्रतिमूर्ति
मां भारती के सच्चे सपूत
ईमान के थे पुजारी
सरल जिनका स्वभाव था
2 अक्टूबर 1904 को
उत्तर प्रदेश के मुगलसराय
में जन्म हुआ लाल
बहादुर शास्त्री जी का।
माता उनकी रामदुलारी
पिता थे मुंशी शारदा प्रसाद
पत्नी थी ललिता देवी
बचपन उनका कष्ट भरा था
कठिनाई से नहीं डरा था।
कद में भले ही छोटे थे
कर्म से वे बने महान
सादा जीवन उच्च विचार
थी उनकी पहचान।
काशी विद्यापीठ से
मिली उपाधि शास्त्री की
भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री
बनने का गौरव उन्हें मिला।
ईमानदारी सादगी कर्तव्यनिष्ठा
और दृढ़ संकल्पित हो
भारत का नेतृत्व किया।
जय जवान जय किसान
था उनका नारा
वे गांधीवादी नेता थे।
आजादी की लड़ाई में
दिया अहम योगदान
भारत-पाक युद्ध के समय
देश झेल रहा था अन्न संकट
शास्त्री जी के निर्णय से
भारतवासी हफ्ते में एक वक्त
उपवास किए थे।
तोड़ दिया दुनिया का भरम
उनके दृढ़ अनुशासन से
पाक हिंद से हारा था।
मिला सम्मान भारत रत्न कहलाए
उनकी देशभक्ति कर्मनिष्ठा पर
भारत को अभिमान है
उन्हें कोटि-कोटि प्रणाम है। 🙏
ब्यूटी कुमारी
मध्य विद्यालय मराँची
बछवाड़ा, बेगूसराय