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संख्या-एकलव्य

संख्या

शून्य से नौ तक को
अंक सभी कहता है
कुल मिलाकर उनको
दस अंक बनता है।

रूप विभिन्न होते बच्चों
क्रमशः उनको आप जानो
जोड़ा सम बेजोड़ विषम
फिर आगे बढ़ जाओ बच्चों।

थैला में गिनती की संख्या
प्राकृत उसे तुम कह लो
शून्य मिला उस थैले में
पूर्ण कह आगे बढ़ लो।

संख्या रेखा पर अब जाओ
धन-ऋण मध्य शून्य को पाओ
सब को आप पूर्णांक बताकर
फिर आगे बढ़ जाओ।

एक और स्वयं अलावा
अन्य किसी से भी कटता हो
या गुणनखंड हो दो से ज्यादा
भाज्य बता आगे बढ़ लो।

गुणनखंड केवल जिसका दो
स्वयं और एक अलावा
अन्य किसी से ना कटता हो
अभाज्य बता आगे बढ़ लो।

P/Q का रूप जहां हो
Q बराबर शून्य ना हो
या सांत अनवसानी आवर्त हो
परिमेय समझ आगे बढ़ लो।

ध्यान यहाँ पर रखना
या हो अशांत फिर,
अनवसानी अनावर्ती
अपरिमेय समझ आगे बढ़ लो।

जिस थैला में दोनों हो
Rational और Irrational,
Real नंबर बताकर उसको
स्वयं से आगे बढ़ लो,
भारत का मान बढ़ा दो
संख्याओं को समझा दो।।

संकुल समन्वयक
मध्य विद्यालय पोखरभीड़ा
पुपरी, सीतामढ़ी

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