शिव स्तुति
हे शिव शंकर, हे अन्तर्यामी,
जय महादेव शिव ओंकार।
तुम हो सारे जग के स्वामी,
हर लो हमारे सारे विकार।।
देवों के देव, हे त्रिपुरारी,
महाकाल हे शिव शम्भो।
तुम हो सनातन आदि देव।
सोमनाथ तुमरी जय हो।।
मंगलकारी हे करुणाकर,
तुम ही महाकाल अविकार।
मूलाधार तुम ही शिव शंकर,
तुम ही हो सत्य-शिव-सुंदर।।
हे कलाधारी, हे अघहारी,
हे नीलकंठ, हे अविनाशी।
विनती सुन लो अब हमारी,
विनती करूँ बन शरणार्थी।।
जटाओं में अपनी गंगा समेटे,
जीवों के सारे कष्ट हर लेते।।
बन कर हे भोले कर्णाधार,
दूर कर दो सारे विकार।।
लवली वर्मा
प्राथमिक विद्यालय छोटकी रटनी
हसनगंज, कटिहार
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