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तन की सफाई-विजय सिंह नीलकण्ठ

तन की सफाई

 तन के अंगों की साफ सफाई

जन जीवन की दिनचर्या हो
स्वस्थ निरोग शरीर रहेगा
कोई बीमारी कभी न हो।
पग से लेकर शीश तलक
हर अंग उपयोगी होते हैं
बिना किसी एक अंग के
मानव दिव्यांग बन जाते हैं।
हर कार्य के लिए हर अंग बना
पर काज बहुत हाथों से होता
इसीलिए इसे साफ रखने से
बीमारी न तन में जाता।
समय समय पर हाथ धोने से
जीवाणुओं का न होता हमला
कुछ भी छूकर हाथ जरूर धो
हो चाहे फूलों का गमला।
खाने से पहले शौच के बाद
लाइफब्वाय से हाथ है धोना
बिना धुले स्वयं के हाथों से
नाक आँख मुँह कान न छूना।
गर पानी न मिले समय पर
सैनिटाइजर का उपयोग करो
बीमारी से दूर रहोगे
यदि नियम का पालन हो।
छोटे बच्चों को हाथ धुलाई
का महत्व बतलाना है
स्वस्थ सुरक्षित सभी रहेंगे
फिर बाद में न पछताना है।

विजय सिंह नीलकण्ठ
सदस्य टीओबी टीम

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