वीरों की बलिदानी
सोने की चिड़िया भारत में
अंग्रेजों ने डाला डेरा
देश गुलाम हुआ।
लक्ष्मीबाई थी वीरांगना
गोरों को छक्के छुड़ा दी।
अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति के
नायक मंगल पांडे चढ़े सूली पर
बिस्मिल सुभाष तात्या टोपे आजाद
भगत सिंह सिर पर कफन बांध लिए
ये सब थे आजादी के दीवाने।
लालाजी के देह पर लगी
अनगिनत लाठियां।
बापूजी ने सत्य अहिंसा और त्याग
का शांति मार्ग अपनाया।
जलियांवाला बाग में हमने
खेली खून की होली।
आजाद ने सीने पर
झेली थी गोली।
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह ने
हंसते-हंसते फांसी को गले लगाए
मेरा नमन उन्हें
शत-शत नमन उन्हें।
हे वीर बांकुरो तेरी बलिदानी अमर रहे
सच्चे सपूत यह भारत मां के
अपना सुख दुख भूल गए
भारत माता की बेरी तोड़ने
हॅंसते हॅंसते फांसी पर झूल गए।
तेरी शहादत याद रखेगी
जमी और आसमा
तुम फरिश्ते बनके
आए थे हिंदुस्तान।
तेरी शहादत और कुर्बानी की
गाथा गाये सारा जहां।
देश आजाद हुआ
वीरों के बलिदान से
दुश्मन को धूल चटाकर
वीरों ने ध्वज फहराया।
वीर जांबाजो ने भारत को
आजाद कराया।
मेरा नमन उन्हें
शत शत नमन उन्हें। 🙏
ब्यूटी कुमारी
मध्य विद्यालय मराँची
बछवारा, बेगूसराय