वीर सुभाष, देश की आजादी के अभिमान हो। वीरता के पथ पर चलकर क्रांति के प्रमाण हो। त्याग, तपस्या और बलिदानी का उपमान हो। हर दिल में बसे हुए जनमानस…
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जग में ऐसा कुछ काम करो- अमरनाथ त्रिवेदी
जग में ऐसा कुछ काम करो, जिससे पर की भी भलाई हो पाए। सपनों में न कभी ऐसी सोच रखो, जिससे अपनों से जुदाई हो जाए। न केवल सपने बुनो…
थल सेना दिवस – रामकिशोर पाठक
सीना तानकर जो खड़े, देश हित दिन रात में। सो रहे हैं चैन से हम, परिजनों के साथ में। तिरंगा सदा लहर रहा, छूता जो आसमान है। इनसे जन-गण भारत…
वीरों से चमके गगन सदा- सुरेश कुमार गौरव
तलवार-सी तेज़ है, हर जवान का हौसला, चट्टानों से टकराए, रुके ना कभी काफिला। तिरंगे की शपथ ले, बढ़ते वो सीना ताने, दुश्मन के दिलों में डर, हर कदम बंदूक…
मकर संक्रांति- गिरीन्द्र मोहन झा
बच्चों ! जानो आज मकर संक्रांति है, सूर्यदेव की मकर राशि में विश्रांति है, मकर राशि में जाते ही उनका तेज बढ़ता है, आज से ही मार्त्तण्ड सतत प्रखर होता…
पर्व संक्रांति पावन अनमोल- अमरनाथ त्रिवेदी
पावन मकर संक्रांति का पर्व अनमोल, मास जनवरी में यह अमृत घोल। सर्दी से बचने का यह पर्व अनुपम है, इसमें चूड़ा, दही औ लाई का दम है। पर्व…
मकर संक्रांति – सुरेश कुमार गौरव
सूरज की किरणें संग उमंग लाई, मकर संक्रांति ने खुशियाँ बरसाई। खिचड़ी की महक, तिल-गुड़ का मिठास, हर मन को भाए यह त्यौहार खास।। गगन में उड़ते विविध पतंगों…
जागो उठो और आगे बढ़ो – विवेक कुमार
सृष्टि पर, यशस्वी कर्मठ, संत हुए एक महान, थी उनकी अलग पहचान। सरल सौम्यता, थी जिनकी शान, वो कोई और नहीं, विवेकानंद थे महान। अद्भुत तेज, धैर्य गुण सहेज, प्रतिभा…
युवाशक्ति का हो आगाज़ – आशीष अंबर
प्रखर युवा का जोशीला आगाज़ हो। बदलते तकनीक में भी नया अंदाज हो।। करुणा भरी नदी में विशाल जहाज़ हो। पौरुष ऐसा निर्भीक मानो सक्षम यमराज हो।। जिसमें हर बाधा…
एक योगी – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या”
एक योगी ! मानव को है जगाता, चेतना को है उठाता, विश्व के रण में उतरता, एक योगी ! एक योगी ! उस शिकागो को बुलाता, भ्रातृत्व का संदेश…