ये मेरा घर
कितना प्यारा, ये मेरा घर,
रहते यहाँ हम, हिलमिल कर।
कितना सुन्दर, कितना मनहर,
है अपना, ये मेरा घर।
मम्मी-पापा, दादा-दादी,
भाई -बहन, और चाचा-चाची।
सब मिल रहते, इसके अन्दर,
सबसे न्यारा, ये मेरा घर।
हम जब कभी, सफर से आते,
खेल-कूद, थककर जब आते।
बहुत आराम, सुकून भी देता,
कितना मनभावन, ये मेरा घर।
साफ-सफाई, रोज करें हम,
प्रेम का दीप, जलायें अगर।
तब देखो, कैसे लगता है,
स्वर्ग सा प्यारा, ये मेरा घर।
तिनकों-तिनकों से मिलकर,
बनता जब, यह सुन्दर घर।
हमें एकता की, पाठ पढाता,
रहना तुम भी, मिल-जुलकर।
मनु कुमारी
प्रखण्ड शिक्षिका
मध्य विद्यालय सुरीगांव
बायसी पूर्णियाँ!
💐💐💐💐💐🙏🙏
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