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ऊँ नमः शिवाय – रत्ना प्रिया

Ratna Priya

पतित पावनी गंगा को शिव, सिर पर धारण करते हैं।
नमः शिवाय जपने वाले का, कष्ट निवारण करते हैं।।

मृत-संजीवनी मंत्र महिमा, श्रेष्ठ है व न्यारी है,
कष्ट-क्लेश संताप मिटाती, मानव की उपकारी है,
चंद्रमा का कलंक मिटाया, मार्कण्डेय को आयु दी,
सच्चे भाव से किया समर्पण, शिव ने उसको दीर्घायु दी,
श्री सुख से संपन्न बने जो शिव का सुमिरन करते हैं।
नमः शिवाय जपने वाले का,कष्ट निवारण करते हैं।।

सोऽहं की प्रगाढ़ साधना, शिवोऽहं बन जाती है,
शिवरात्रि की अनुपम बेला भक्तों का मन हर्षाती है,
शिव-शक्ति के सम्मिलन में, पूर्ण ब्रह्मांड समाया है,
पुरुष-प्रकृति की शक्ति को, हर प्राणी ने पाया है,
सृष्टि के अनवरत चक्र को, त्रिदेव संधारण करते हैं।
नमः शिवाय जपने वाले का,कष्ट निवारण करते हैं।।

रत्ना प्रिया
शिक्षिका (११-१२)
उच्च माध्यमिक विद्यालय माधोपुर
चंडी,नालंदा

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