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तितली प्यारी- नवाब मंजूर

Nawab

आ री आ री तितली प्यारी
सुंदर मनहर तितली न्यारी
रंग बिरंगे पंखों वाली
उड़े चाल मतवाली
इस डाल से उस डाल पर
अथक दौड़ लगाने वाली
रंग फूलों का,
मन बच्चों का;
चुराने वाली…
आ री आ री तितली प्यारी
पीछे सबको भगाने वाली
नटखट बड़ी लुभाने वाली
हाथ कभी न आने वाली
तितली तू है बड़ी मजेदार
तेरे बिन मेरी बगिया बेकार!
© नवाब मंजूर
प्रधानाध्यापक, उमवि भलुआ शंकरडीह
तरैया ( सारण )

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