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धरा को बचाएँ- रुचिका

Ruchika

धरा को बचाएँ

ये विकास की बढ़ती रफ्तार है,
पेडों पर हो रहा देखो वार है।
एक तरफ पेड़ लगाने की मुहिम,
एक तरफ जंगलों पर कर रहा
अधिकार है।।

धरा को खूबसूरत अगर बनाना है,
पेड़ पौधे हमें चारों तरफ लगाना है।
विकास की रफ्तार को धीमी रखना,
कंक्रीटों के जंगल नही लगाना है।।

पेड़ है तभी साँसों की आवाजाही है,
पेड़ बिना बढ़ती देखो तबाही है।
प्रदूषित नही रहे वायु, धरा, जल,
पेड़ पौधों लगा, पाएँ वाहवाही है।।

प्लास्टिक का प्रयोग प्रतिबंधित करें,
चलो मिलकर एक प्रण दुहराएँ।
और पेड़ काटने से रोकें मिलकर,
अपने आस पास पेड़ पौधे लगाएँ।।

रूचिका
राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय तेनुआ गुठनी सिवान बिहार

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