प्रभु तेरा ठिकाना कहाँ- संजय कुमार

प्रभु मैं परेशान,थके हाल हूँ क्योंकि तेरी दिल से आराधना करता हूँ पर तुझे कहाँ ढूढूँ ये तो बता अपनी जिज्ञासा बुझाने मैं तो परेशान हूँ। तेरे बड़े बड़े भक्तों…

दोहावली- देवकांत मिश्र ‘दिव्य’

गौरव का यह है दिवस, भारत का गणतंत्र। समरसता का भाव ही, दिव्य मूल है मंत्र।। भारत प्यारा देश है, लिखित विधान विशाल। चलें नियम कानून से, होगा ऊँचा भाल।।…

गणतंत्र महान – रूचिका

एक ध्वज एक राष्ट्र एक गान नियमों का पुलिंदा है संविधान। राष्ट्र हित में एकजुट हो रहे सब, जय जन भारत गणतंत्र महान। विभिन्न भाषा विभिन्न बोली है, विभिन्न हैं…

गणतंत्र भारत की पहचान- सुरेश कुमार गौरव

जन-गण-मन की गूँज हो रही, हर दिशा में शंखनाद हो रही। संविधान की महिमा गाते हैं, विजय पताका हम फहराते हैं। आएँ! शूरवीरों की गाथा गाएँ, देशप्रेम के प्रेरणा दीप…

युवाशक्ति- डॉ स्वराक्षी स्वरा

  उठो युवा, चलो युवा तुझे है पथ पुकारता स्वर्णिम इतिहास रचो वक्त है निहारता।। लो अंजुरी में नीर तुम, करो प्रगाढ़ संकल्प करोगे कर्म हर दिवस, न दूसरा कोई…

चलो योग करें- अशोक कुमार

हुआ सवेरा, जल्दी जागो । योग करके, आलस त्यागो।। स्वस्थ रहो, युक्ति अपनाओ । योग करके, फुर्ती लाओ।। शारीरिक जकड़न से, निजात पाओ। योग करके, मिजाज बनाओ।। सारे रोगों से…

मेरे पापा – अतुल मयंक श्रीवास्तव

मेरे पापा,महान पापा, मेरी दुनिया,जहान पापा। मम्मी ने जन्म दिया, पापा ने पाला है, मम्मी के साथ-साथ, पापा ने भी सम्भाला है। खुद के लिए कभी कुछ नही सोचा, अपने…

पिता- दीपा वर्मा

जीवन की गाडी के दो पहिए हैं माता पिता। माता आन हैं,तो घर की शान हैं पिता। बेटियों के सम्मान हैं ,तो बेटों के आदर्श हैं पिता। परिवार के मुखिया…