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फूल बड़े हीं कोमल होते- अमरनाथ त्रिवेदी

Amarnath Trivedi

फूल बड़े ही कोमल होते

    फूल खिले हैं  बागों में ,
    ये बड़े ही सुंदर लगते !
    ये दृश्य मनोहारी होते ,
    ये बहुत ही कोमल कोमल दिखते ।

फूल होते हैं तरह तरह के ,
भिन्न भिन्न इनके  रंग भी ।
इनमें तरह तरह की पतियाँ होतीं ,
इनमें होते भिन्न भिन्न गंध भी ।

कमल , गुलाब , गेंदा और जूही ,
ये सब फूलों के विविध प्रकार हैं ।
और भी इनके नाम हैं होते ,
जिनकी संख्या दर्जनों पार हैं ।

हम बच्चों के जीवन में यह ,
मस्ती में आनंद घोल दे ।
इन फूलों की बस्ती में ,
मीठे मीठे शब्द बोल दें ।

आएँ हम सब मिलकर ,
क्यारी फूलों की लगाएँ।
घर और स्कूल दोनों जगह ,
महती आँगन को चमकाएँ ।

फूल की गिनती शोभा में होती ,
यह शोभा की बड़ी खान है ।
इसकी किस्मों का कोई अंत नहीं ,
यह पूजा   की   असली जान है ।

हम बच्चों की तरह  फूल भी ,
बड़े ही कोमल होते ।
थोड़े भी यदि हाथ लगाएँ ,
अपने आकार तुरंत ही खोते ।

अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

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