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बरसात और संयम – अमरनाथ त्रिवेदी

Amarnath Trivedi

बरसात और संयम

सावन भादो बरसे पानी ,
बादल खूब करे मनमानी ।

खेतों में खूब पानी लगता ,
किसानों का मन बहुत चहकता ।

वर्षा का  है  समय सुहाना ,
रोज गरजता बादल दीवाना ।

खुशियों को यह भर भर लाता,
जीवन धन्य सबका कर जाता ।

सोच समझकर खाना  खाएँ,
बरसात के मौसम में राहत पाएँ ।

खान पान में सदा संयम रखें,
तब डॉक्टर की दवाई न चखें ।

अधिक गरिष्ठ और तला न  खाएँ,
यह सब रोगों को   दूर भगाए ।

पानी हमेशा साफ और शुद्ध पीएँ,
अधिक वर्षों तक स्वस्थ हम जिएँ ।

अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

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