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मित्र की मित्रता – राम बाबू राम

मित्र की मित्रता

मित्र की मित्रता है सबसे प्यारी,
मित्र है तो जग न्यारी।

मित्र है तो खुशियां सारी,
मित्र है तो सुंदरता हमारी।

मित्र है सुख-दुख का साथी,
मित्र की मित्रता सबको भाती।

मित्र है तो हर मार्ग सरल,
मित्र है तो जीवन सरल।

मित्र हर गलत-सही दिखलाता,
मित्र है जीवन का सहारा।

मित्र की मित्रता है सबसे प्यारी,
मित्र है तो जग न्यारी।

       *- राम बाबू राम*
  *प्रधान शिक्षक (BPSC)*
 *नव. प्रा. वि. सदाटोल ईमादपुर, गढ़पुरा (बेगूसराय)*
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