मैं शिक्षक हूँ…खूब इठलाती हूँ
आदर्शों की मिसाल बनकर
नित बाल जीवन संवारती हूँ
मैं शिक्षक हूँ………………..
इस भाग्य पर खूब इठलाती हूँ।
अपने संचित ज्ञान के बल पर
भविष्य नौनिहालों का सजाती हूँ
मैं शिक्षक हूँ………………..
यह सोच, बड़ा मैं इठलाती हूँ।
सघन अज्ञानता के तिमिर में
प्रकाशपुंज प्रयासों का जलाती हूँ
मैं शिक्षक हूँ…………………….
इस बात पर खुश होकर इठलाती हूँ।
रुख हवा का समझकर नन्हें परिंदों को
हौसलों की उड़ान भरना सिखालाती हूँ
मैं शिक्षक हूँ………………………….
इस सम्मान पर गर्व से खूब इठलाती हूँ।
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबको
बस अच्छा इंसान बनना सिखाती हूँ
मैं शिक्षक हूँ………………………..
इस ओहदे पर हर्ष से इठलाती हूँ ।
मधु कुमारी
उ०म०वि०भतौरिया
हसनगंज, कटिहार
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Madhu kumari