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लोहड़ी पर्व – मनु रमण चेतना

Manu Raman Chetna

लोहड़ी आई!लोहड़ी आई।
सबके मन में उमंग है छाई।

सुख समृद्धि संग लेकर आती।
सबको प्रेम से गले लगाती।

पुराने फसल हैं काटे जाते ।
साथ नये फिर बोये जाते।

अग्निदेव को खूब चढ़ाते।
फसलों का त्योहार मनाते।

बच्चों की किलकारी लाती।
आशाओं के दीप जलाती।

गुड़ राबड़ी का मिठास लाती।
जीवन को खुशहाल बनाती।

युवाओं में नवचेतना भरती।
नफ़रत सबके मन से हरती।

आओ मिलकर नाचें गाएं।
सब मिलकर यह पर्व मनायें।

स्वरचित:-
मनु रमण चेतना
पूर्णियां बिहार

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