स्वस्थ जीवन जीने की तैयारी
जब जगे तभी सवेरा ,
यही सोच सदा नित बनी रहे ।
अब तो स्वस्थ रहने की ,
यह अक्ल सदा ही ठनी रहे ।
स्वस्थ तन रहने से ही ,
स्वस्थ सोच भी रहता ।
इसके बिना कोई नहीं किसी का ,
न संबंध कभी ठहरता ।
आहार विहार की सब बातों पर ,
गौर से चिंतन किया करें ।
इसमें यदि खामी हो तो
दूर ही इससे रहा करें ।
जीवन रहते ही सब कुछ ,
बिना स्वास्थ्य के सब है सूना ।
इसके बिना तो कुछ भी नहीं ,
यदि धन अर्जन भी हो दूना ।
समुद्री नमक , मैदा और चीनी ,
ये होते स्वास्थ्य के दुश्मन ।
ये तीन चीजे धीमा जहर समान ,
तन करता है नित क्रंदन ।
योग , ध्यान औ प्राणायाम को ,
सुबह शाम अपनाएँ ।
घर बैठे ही इससे स्वास्थ्य मिले ,
यह डॉक्टर के पास न लाए ।
सूर्योदय से नित पहले उठकर ,
जो नित्य क्रिया से निवृत्त होते ।
वे कहीं बेमतलब के ,
कभी अच्छे दिन नहीं खोते ।
सुबह शाम टहलने निकलें तो
तेज कदमों के साध चलें ।
गैस अफ़ारे से बचे रहेंगे,
और हर रोग हमेशा दूर टले ।
बिना स्नान नहीं कोई भोजन ,
इसका ध्यान सदा रखा करें ।
इससे बुढ़ापा दूर रहेगा ,
लंबी आयु भी जिया करें ।
अंकुरित अनाज खाने पर ,
सेहत भी तब खूब बनेगा ।
चेहरे पर लावण्यता आएगी ,
रुधिर भी तब खूब बढ़ेगा ।
हरी साग सब्जी से नाता जोड़ें ,
डिब्बा बंद चीजों से दूर रहें ।
तन मन भी तब स्वस्थ रहेगा ,
न दुःख तकलीफ भी कोई गहे।
रात्रि में भोजन पश्चात ,
दस मिनट नित टहला करें ।
इससे भोजन का शीघ्र पाचन होता
और मन भी अच्छा बहला करे ।
शारीरिक श्रम भी बहुत जरूरी ,
इससे तन भी ठीक रहेगा ।
यह बीमारी को दूर भगाए,
न दुर्बलता भी तनिक गहेगा।
अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

