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स्वस्थ जीवन जीने की तैयारी – अमरनाथ त्रिवेदी

Amarnath Trivedi

स्वस्थ जीवन जीने की तैयारी

जब   जगे    तभी     सवेरा ,
यही सोच सदा नित  बनी रहे ।
अब  तो   स्वस्थ   रहने    की ,
यह अक्ल सदा  ही  ठनी   रहे  ।

स्वस्थ तन  रहने  से  ही ,
स्वस्थ  सोच  भी  रहता ।
इसके बिना कोई नहीं किसी का ,
न   संबंध  कभी  ठहरता ।

आहार विहार की सब बातों पर ,
गौर से चिंतन किया करें ।
इसमें  यदि खामी हो तो
दूर ही   इससे  रहा  करें ।

जीवन  रहते  ही  सब कुछ ,
बिना स्वास्थ्य के सब है सूना ।
इसके बिना तो  कुछ भी नहीं ,
यदि  धन अर्जन भी हो दूना ।

समुद्री नमक , मैदा और चीनी ,
ये होते  स्वास्थ्य   के   दुश्मन ।
ये तीन चीजे धीमा जहर समान ,
तन   करता   है  नित   क्रंदन ।

योग , ध्यान औ प्राणायाम को ,
सुबह       शाम      अपनाएँ  ।
घर बैठे ही इससे स्वास्थ्य मिले ,
यह   डॉक्टर के पास न  लाए  ।

सूर्योदय से नित पहले उठकर ,
जो  नित्य क्रिया से निवृत्त होते ।
वे      कहीं      बेमतलब    के ,
कभी  अच्छे  दिन नहीं  खोते ।

सुबह शाम टहलने   निकलें तो
तेज   कदमों   के  साध  चलें ।
गैस  अफ़ारे  से   बचे     रहेंगे,
और  हर  रोग हमेशा  दूर टले ।

बिना  स्नान नहीं कोई भोजन ,
इसका ध्यान सदा रखा  करें  ।
इससे    बुढ़ापा   दूर   रहेगा ,
लंबी  आयु  भी  जिया   करें ।

अंकुरित अनाज खाने पर ,
सेहत भी तब खूब बनेगा ।
चेहरे पर लावण्यता आएगी ,
रुधिर भी  तब  खूब बढ़ेगा  ।

हरी साग सब्जी से नाता जोड़ें ,
डिब्बा  बंद  चीजों  से दूर रहें ।
तन मन भी तब  स्वस्थ रहेगा ,
न  दुःख तकलीफ  भी कोई  गहे।

रात्रि   में   भोजन   पश्चात ,
दस मिनट नित  टहला करें ।
इससे भोजन का शीघ्र पाचन होता
और मन भी अच्छा  बहला करे ।

शारीरिक श्रम भी बहुत जरूरी ,
इससे  तन  भी   ठीक   रहेगा  ।
यह  बीमारी   को दूर भगाए,
न दुर्बलता  भी  तनिक  गहेगा।

अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

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