Site icon पद्यपंकज

विश्व महावारी स्वच्छता दिवस – नीतू रानी

Nitu

मेरे स्कूल के बच्चे
दिल के बड़े हैं सच्चे।

सभी बच्चियाँ मिलकर
खेल रही है खेल,
कभी अलग हो जाती
कभी रहता बहुत है मेल।

कभी बनती दुर्गा
कभी बनती काली ,
एक अलग है उसमें बच्ची
जिसका नाम है लाली।

कभी डांस करती है
कभी है गाना गाती,
कभी सभी सब साथ मिलकर
रोज वो खाना खाती।

चुलबुली है बहुत प्यारी है
आँखें काली बड़ी- बड़ी,
बहुत सुंदर कोयल सी बोली
किसी बात पर रहती अड़ी।

आज बिना ये ड्रेस की आयी
लेकिन अच्छी नहीं लगती,
क्योंकि आज स्कूल नहीं आई थी
इसीलिए मैं उसे कुछ बोल न सकी।


नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।

Spread the love
Exit mobile version