विवाह वर्षगांठ – मनु कुमारी

मनहरण घनाक्षरी कवित्त छंद अचल सुहाग भाग, ईश्वर आशीष प्राप्त, पिया जी के साथ रहूँ,यही वर मांगती। भरे- पूरे रहें सब, मायका व ससुराल, सजल सुहाग भाग, दिन रैन चाहती।…

बचपन की शरारतें – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

जब कोई फल भाता, दूर से नज़र आता, छिप कर बागानों से, टिकोले को तोड़ता। गाँव की हीं महिलाएँ, कुएँ पर पानी भरें, पीछे से कंकड़ मार, मटके को फोड़ता।…

सबसे मधुर वाणी – मीरा सिंह “मीरा”

विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ एक मौलिक, स्वरचित रचना प्रेषित है आओ बच्चों तुम्हें बताएं सबसे मधुर वाणी है कौन। सबके दिल पर करे हुकूमत सुनो बच्चों…

गर्मी आई गर्मी आई – एम० एस० हुसैन “कैमूरी”

देखो गर्मी आई गर्मी आई साथ में वो गर्म हवाएं लाई बाहर न निकलो बेमतलब घर में सुरक्षित रहो रे भाई घर रहकर तुम करो पढ़ाई देखो गर्मी आई गर्मी…