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हमारी खुशियाँ हमारे हाथ-आँचल शरण

हमारी खुशियाँ हमारे हाथ 

हमारी खुशियाँ हमारे हाथ है!
बस इसके लिए हमें मेहनत करना दिन रात है।

अच्छे बुरे का फर्क समझना है,
सही राह पर चलना है, और देना सच्चाई का साथ है।

जिंदगी सफल बनाने में परिवार का भी साथ हो!
माता-पिता का आशीष हो, न भाई बहन में द्वेष हो, केवल एक दूजे का साथ हो।

जो भी उद्देश्य रखो उसे तत्पर होकर हासिल करो,
कभी न झुको, कभी न रुको,
क्योंकि जिंदगी की हर सफलता तुम्हारे ही हाथ है।

जिंदगी एक जवाहरात है, समझो न इसे पूर्वजों की खैरात है।
जो जैसा मेहनत किया वैसा निखरा उसका संसार है।

जीवन गिरकर सम्भलने का नाम है
जो गिरकर भी न सम्भला, बिखरा उसका घर बार है।

दुनियाँ भी उसे ही जानती है जो लगन और परिश्रम से नाम कमाया है,
वरना समाज तो हर एक पर उंगली उठाया है।

यही समझना और समझाना हमें हर बार है,
हमारी खुशियाँ हमारे ही हाथ है!
बस हमें मेहनत करना दिन रात है।।

आँचल शरण
प्रा वि टप्पू टोला पूर्णिया
बिहार

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